Friday, September 18, 2009

अब मैं िलखूंगा

बहुत िदनों से िलखना चाह रहा था लेिकन िहंदी टाइिपंग की िदक्‍कतों को लेकर नहीं िलख पाता था िहंदी में टाइप कर नहीं पाता था अंग्रेजी मेरी अच्‍छी है नहीं आप अपनी भाषा में िजतना अिभव्‍यक्‍त कर सकते हैं दूसरी भाषा में नहीं कोश्‍िाश करता रहूंगा िक आगे िनय िमत तौर पर िलखता रहूं चाहे कोई पढे या नहीं अब देिखए मैं टाइप कर रहा हूं कुछ िदक्‍कतें आ रही हें फुल स्‍टाप का िचह़न नहीं दे पा रहा हूं तो नन स्‍टाप चला जा रहा हूं

Sunday, April 5, 2009

Saturday, March 28, 2009

काफी अच्छा प्रयास है । लेकिन कुछ तथ्यात्मक भूले हैं । जैसे कमला जी से राहुल जी को एक नहीं दो संताने हुई। राहुल जी का देहांत सोविएत यूनियन में नहीं दार्जिलिंग में हुआ । राहुल ने १९३७ में लेनिनग्राद में लोला से विवाह के कुछ ही माह के बाद हिंदुस्तान चले आए । लोला ने पुत्र इगोर को जन्म दिया उस समय राहुल हिंदुस्तान में थे। राहुल जी ने अपने इस पुत्र को सोवियतकी दूसरी यात्रा में देखा लगभग ६ वर्षो बाद । राहुल जी ने सेकंड वर्ल्ड वार के बाद सोविएत की yaatra की thi और इस यात्रा में वे वहां लगभग सवा साल रहे थे। इसके बाद वे सोविएत यूनियन अपने जीवन के आखरी चरणमें इलाज कराने गए थे.

राहुल सांकृत्यायन | हिन्दी साहित्य.... प्रयोग की दृष्टि से#comment-form

राहुल सांकृत्यायन हिन्दी साहित्य.... प्रयोग की दृष्टि से#comment-form

Bahut achcha Prayas hai lekin Rahul Ji se related lekh me tathyo ki kaphi bhool hai. Mere khayal se Rahul Ji ka nidhan Soviet Union me nahi balki Darjeeling me hi hua. Rahul Ji ko Ilaj ke liye Soviet Union le jaya gaya tha lekin lambe ilaj ke bad bhi koi sudhar nahi hota dekh Kamla Ji unhe lekar wapas chali aayi. Soviet Union se loutne ke lagbhag 2 mah bad unka dehant hua.